जैसा चाहो और से, दो औरों को प्यार।
आवक जावक के जुडे़, आपस में सब तार।।
आपस में सब तार, गणित इतना ही होता।।
वैसी पैदावार , बीज जो जैसे बोता।।
"ठकुरेला" कविराय , नियम इस जग का ऐसा।।
पाओगे हर बार, यार बॉंटोगे जैसा।।
-त्रिलोक सिंह ठकुरेला
आवक जावक के जुडे़, आपस में सब तार।।
आपस में सब तार, गणित इतना ही होता।।
वैसी पैदावार , बीज जो जैसे बोता।।
"ठकुरेला" कविराय , नियम इस जग का ऐसा।।
पाओगे हर बार, यार बॉंटोगे जैसा।।
-त्रिलोक सिंह ठकुरेला
No comments:
Post a Comment